अधजली सिगरेट और अधजला मन अधजली सिगरेट और अधजला मन
प्रश्नों को अपनी ही राख में छिपी हुयी आग से। प्रश्नों को अपनी ही राख में छिपी हुयी आग से।
तेरी याद में जो गुजरी ,वही हासिल ए बका१ है। वरना बुजज़२ नभ़ी३ और मेरी जिंदगी में क्या ह तेरी याद में जो गुजरी ,वही हासिल ए बका१ है। वरना बुजज़२ नभ़ी३ और मेरी जिंदगी म...
आदमी कितना मजबूर है, अपनो से भी हुआ दूर है। आदमी कितना मजबूर है, अपनो से भी हुआ दूर है।
सदा जो सुसंगत में आते रहेंगे विवेकी स्वयं को बनाते रहेंगे उन्हीं की बनी और बनती रहेगी सदा जो सुसंगत में आते रहेंगे विवेकी स्वयं को बनाते रहेंगे उन्हीं की बनी और...
वो आग लगाकर हंसता रहा, और मैं, मैं तो बस जलता रहा, जलता ही ।। वो आग लगाकर हंसता रहा, और मैं, मैं तो बस जलता रहा, जलता ही ।।